🌿 हरियाणा बायो-फ्यूल मिशन 2025 – किसानों को मिलेगा ऊर्जा में नया मौका
🔷 प्रस्तावना:
तेल के बढ़ते दाम और प्रदूषण की समस्या को देखते हुए हरियाणा सरकार ने ‘बायो-फ्यूल मिशन 2025’ की शुरुआत की है। इस मिशन के तहत किसानों को पराली, गोबर, गन्ने की खोई जैसी कृषि अपशिष्ट से बायो-गैस, एथेनॉल और बायो-CNG बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
⚙️ मुख्य पहलू:
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बायो-फ्यूल उत्पादन यूनिट पर सब्सिडी:
राज्य सरकार ₹25 लाख तक की सब्सिडी दे रही है बायो-गैस/बायो-CNG संयंत्र लगाने पर। -
कृषि अपशिष्ट की खरीद सुनिश्चित:
किसानों से सरकार न्यूनतम मूल्य पर पराली और अन्य जैविक अपशिष्ट खरीदेगी। -
युवाओं को स्वरोजगार के अवसर:
नई बायो-फ्यूल यूनिट्स में युवाओं को प्रशिक्षण व रोजगार मिलेगा। -
संपर्क पोर्टल व ऐप लॉन्च:
‘हरियाणा ग्रीन मिशन’ ऐप से किसान ऑनलाइन पंजीकरण कर सकेंगे।
🌱 लाभ:
- खेतों में पराली जलाने की आवश्यकता कम होगी
- किसानों को अतिरिक्त आमदनी
- ग्रामीण क्षेत्रों में ऊर्जा आत्मनिर्भरता
- प्रदूषण में कमी और हरियाली में वृद्धि
🎯 सरकार का लक्ष्य 2025 तक:
- 1000+ बायो-फ्यूल यूनिट्स स्थापित करना
- 10 लाख टन जैविक अपशिष्ट का उपयोग
- 20% तक प्रदूषण में कमी
🧑🌾 किसानों से आह्वान:
अब खेती से सिर्फ अनाज ही नहीं, ऊर्जा भी कमाई का जरिया बनेगी। बायो-फ्यूल मिशन से जुड़ें और हरियाणा को बनाएं पर्यावरण के क्षेत्र में अग्रणी।
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